HAI HI BHAGWAN
Satsang is following the path of truth, we get the knowledge of truth through satsang and the truth is “I AM NOT THE BODY BUT THE SOUL”.
Through satsang you get to know yourself, your soul, without which you are incomplete.
सतसंग सत्य का संग है | सतसंग से हमे संसार के सच का ज्ञान प्राप्त होता है | "मै देह नहीं मै आत्मा हूँ", यह सच है |
सतसंग से तेरे अपने स्वरुप की पहचान मिलती है, जिसके सिवाय तू अधूरा है |
Satsang is necessary to make your mind stable and stable mind is “BRAHM”(Divine source of the universe, eternal spirit).
In satsang, with spiritual discourses of Satguru, your mind becomes stable. Due to daily satsang you become content; discontent goes away, otherwise there is no cure for discontent in this world.
Your mind always needs much more and something new. Never ending demands create discontent in your mind.
To eradicate discontent and remain content, one needs the support of satsang. If you get all the luxuries of life, even then you feel something missing and incomplete. To come out of this feeling, daily satsang is must.
Your thirst of many births is quenched with Shree Sharda Sharnam Satsang. Have you ever thought why your love and care doesn’t bring any solace to you? Whether you love somebody or get love from somebody, you are never satisfied.
When is this going to end? When you are balanced (through Satguru) then only your love will bear the fruit.
भटकते हुए मन को स्थर करने के लिए सतसंग की ज़रूरत होती है | "स्थर मन भ्रम का स्वरुप है" |
सतसंग में सतगुरु के वचनों से तेरा भटकता हुआ मन स्थर हो जाता है | अतृप्त मन को तृप्त करने के लिए सतसंग ज़रूरी है | ब्रह्मस्वरूप को पाकर तू तृप्त हो जाता है, तेरी अतृप्ति चली जाती है, वरना अतृप्ति का संसार में कोई इलाज़ नहीं |
यह मन की चाहत, "और चाहिए", "अधिक चाहिए", यह कभी न ख़तम होने वाली चाहत तेरे मन को हमेशा अतृप्त करती रहती है |
अतृप्ति को मिटाने के लिए और तृप्त रहने के लिए सतसंग की जरुरत है | मन के अधूरेपन को दूर करने के लिए सतसंग ज़रूरी है |
सारी खुशियाँ मिले भी अगर फिर भी तू प्यासा क्यों रहता है | सतसंग से ऐसी राहे मिलती है, जो तेरे जनम जनम की प्यास बुझ जाती है | ज़िन्दगी का अधूरापन चला जाता है |
तेरी ममता अधूरी क्यों है ? कभी खोज की है ? ममता किसीको दी तो अधूरापन लेते है तोह अधूरापन, आखिर कब ये अधूरापन मिटेगा ? तेरी ममता में सतगुरु की समता जब मिलती है तोह तेरी ममता का अधूरापन चला जाता है |
You can get satsang through “Satguru” (master) only.
Satguru means light of truth. One who brings the light of truth in our life is “SATGURU”.
Satguru the “great master” is born in the form of common man.
Satguru takes our boat across the ocean (of this world) and we become content and this content becomes salvation for us.
सतसंग "सतगुरु" के द्वारा मिल सकता है |
सत - सच. गुरु - रौशनी | सच की रौशनी जो हमारे जीवन में लेके आते है वह "सतगुरु" है |
साधारण मनुष्य का रूप धारण कर, परम पुरुष, सृष्टि में अवतरित होते है, "सतगुरु" के रूप में |
सतगुरु से ही हमे सतसंग प्राप्त होता है , और सतसंग से हमे हमारा लक्ष्य, हमारी मंजिल प्राप्त होती है |
सतगुरु ही हमारे जीवन की नैया को अपने वचनों से पार लगाकर हमे संसार में तृप्त करते है और यही तृप्ति ही मोक्ष की प्राप्ति है |
The aim of our birth is to “Search for GOD” which is possible due to Satsang.
If we were born just to eat, enjoy and satisfy our lust, then everybody in this world is doing that, even then why is everybody unhappy and discontent? In satsang only we achieve the goal of life which is “Salvation”.
मनुष्य जनम का लक्ष्य है परमात्मा की खोज, और यह सतसंग से मिलती है, और जन्म सफल होता है | अगर फकत खाना, पीना, भोगना इस लिए मनुष्य जनम होता,तोह संसार में हर एक ने तोह ये ही किया है, और कर रहा है, फिर भी क्यों दुखी, अतृप्त है |
सतसंग से मनुष्य अपने लक्ष्य को पाकर अपना जीवन सफल कर सकता है |
We can remain detached while performing all our duties.
Satsang teaches us to be awake (to the realities of life and salvation) and not to run away. While you remain with each and everyone physically, but you can enjoy the feeling of being with your soul.
You always feel fresh and energetic in Shree Sharda Sharnam Satsang.
If you desire something and don’t get it, you can remain calm and quiet with patience.
You get strength of mind. There are many more benefits like having sound sleep, perfect health and harmony in relations.
You lead really peaceful, balanced and beautiful life which is very important on the path of spirituality.
सचा वैराग्य हमे सतसंग से मिलता है, जो हम संसार के बीच में रहकर भी वैराग्वान बन सकते है |
सतसंग सिखाता है भागना नहीं, जागना; सब के बीच में रहकर तू असंग आत्मा में रह सकता है |
सतसंग से आपको हर वक्त नयेपन का आभास होता है |
आप नया जो चाहते हो वो पा नहीं सकते, वहां भी धीरज में रह सकते है, मन की शक्ति को प्राप्त कर सकते है |
सतसंग से कई फायदे होते है | रातों की नींद, दिन का चैन, शरीर का स्वास्थ, परिवार, रिश्ते, सब तरह से एक संतुलन बना रहता है, जो अध्यात्मिक राहों पर चलने के लिए भी आवश्यक है |